काल ,तुमने सबको हर लिया,
तुमने छिना राम ,कृष्ण को ,
वर्त्तमान को बदला अतीत मैं ,
पर
याद तो अमर ,अजर है
स्मृति के आदि न अंत
उसने जीता काल चक्र को ,
याद
बस वही चिरंतन,वर्त्तमान
जय किया काल को बन कालजयी
उसे अतीत बना कर बताओ .
published in kadambini masik patrika on 1994 october
written by sangeeta pandey.
बड़ी ही सुंदर रचना है संगीता पाण्डेय जी
ReplyDeleteकाल ,..याद को कैसे मारेगा /
असल में याद की अमरत्व को प्राप्त है /
नए साल की बधाई
याद तो अमर ,अजर है
ReplyDeletesatya!