आज कल में ढल समय बदलता ,
पर काल स्वयं कहाँ बदलता है ?
नदी का जल पल, पल बदलता
पर जल स्वयं कहाँ बदलता है ?
शैशव ,योवन ,जरा तन बदलता
पर आत्मा अजर कहाँ बदलता ?
परिवर्तन चक्र यूँ घूमता जाये ,
फिर परिवर्तन से क्यों विचलित
मौलिकता सदा से अपरिवर्तित
'परिवर्तन से यूं हो न व्यथित .(संगीता)
पर काल स्वयं कहाँ बदलता है ?
नदी का जल पल, पल बदलता
पर जल स्वयं कहाँ बदलता है ?
शैशव ,योवन ,जरा तन बदलता
पर आत्मा अजर कहाँ बदलता ?
परिवर्तन चक्र यूँ घूमता जाये ,
फिर परिवर्तन से क्यों विचलित
मौलिकता सदा से अपरिवर्तित
'परिवर्तन से यूं हो न व्यथित .(संगीता)
No comments:
Post a Comment