Thursday, April 23, 2015

साथी

साथी
नव निहालों को 
वर्ण बोध करती पुस्तक,
बीते समय को सहेज
इतिहास के रूप ले
हमे बताती
सभ्यता हुआ कैसे विकसित
गीता ,रामायण, बाइबल, कुरान
नाम अनेक ,पुस्तक अनेक
पुस्तक तुम सिखाती
धर्म एक - ब्रम्ह एक ।
यात्रा के साथी, एकांत के साथी
फुर्सत के साथी ,सुख दुख की साथी
तुम हो अति प्रिय साथी
इसीलिए घर घर हो मान पाती.।.(संगीता..... )

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