Monday, January 30, 2012

पीड़ा

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8 comments:

  1. पीड़ा व्यक्तिगत होती है ...सिर्फ अपनी, शायद इसीलिए इतनी करीब होती है....

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  2. bahut hi gahra aur sundar varnan kiya hai aapne peeda ka...ati sundar...:))

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  3. han monika ji aap se purn sahmat hun.aap ne padhi sach men mujhe achha laga.

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  4. पीड़ा को अच्छे शब्द दिये हैं आपने।

    सादर
    ----
    जो मेरा मन कहे पर आपका स्वागत है

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  5. पीड़ा व्यक्तिगत होती है,इसीलिए इतनी करीब होती

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  6. बहुत सुन्दर संगीता जी..

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